हिन्दु शकुन शास्ञों मे अगों के फङकने को काफी महत्व दिया गया है और उनको शुभाशुभ घटनाओं का पूर्वाभास माना गया है। ऐसा विश्वास किया जाता है कि पुरुष के शरीर के दाहिने अंगों का फङकना और स्ञी के बांयें अंगों का फङकना शुभ होता है।
उदाहरण : यदि यह कहा जाये कि पुरुष की दाहिनी आँख फङकने से कोई फल प्राप्त होता है तो वही फल स्ञी की बांयीं आँख के फङकने से प्राप्त होगा ।
अंग | फल |
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सिर | : सौभाग्यसूचक |
सिर के दोनों तरफ | : धन प्राप्ति |
सिर के दाहिने तरफ | : विदेश याञा |
सिर के बाँये तरफ | : नगर से बाहर जाना और धन अर्जित करना |
मस्तक | : विदेश जाना और परिश्रम करना |
दाहिनी कनपटी | : ध्येय(लक्ष्य) प्राप्ति |
बाँयी कनपटी | : मनोकामना पूर्ण होगी |
गर्दन | : विदेश जाना, ध्येय(लक्ष्य) प्राप्त करना और धन अर्जित करना |
दाहिना कान | : शुभ समाचार प्राप्ति,मनोकामना पूर्ण होगी, धन अर्जित करेगा और सुखी होगा |
बाँया कान | : शुभचिन्तकों और विद्धानो से मुलाकात |
कानों का पिछला भाग | : मिञ उसको गालियाँ देंगे और उसका तिरस्कार करेंगे |
दाहिनी भौं | : सौभाग्य और प्रसिद्धि प्राप्ति |
बाँयी भौं | : मिञों से मिलन और मनोरंजन प्राप्ति |
बाँयी भौं और बाँयी आँख | : शुभ समाचार प्राप्त होगा |
दाहिनी आँख | : उसका प्रेयसी, मिञो व संबंधियो से मिलन होगा और उसकी मनोकामना पूर्ण होगी |
दाहिनी आँख के मध्य | : अपने ध्येय(लक्ष्य) को प्राप्त करेगा और धन अर्जित करेगा |
आँख का पिछला भाग | : लोकप्रिय होगा |
दाहिनी आँख का ऊपरी भाग | : मिञो से मिलन होगा |
दाहिनी आँख का निचला भाग | : किसी से झगङा होगा |
दाहिनी आँख की पुतली | : अपने बच्चो के कारण सुखी होगा |
पलक का ऊपरी भाग नाक की ओर | : लोकप्रियता प्राप्त होगी |
पलक का ऊपरी भाग कान की ओर | : प्रसिद्धि प्राप्त होगी |
पलको के सभी ओर | : शारीरिक कष्ट प्राप्त होगा |
बांयी आँख की पुतली | : कार्य में बाधा होगी |
पुतली का पिछला भाग | : प्रसन्नता प्राप्त होगी |
पुतली के नीचे का भाग | : अतिथि का आगमन होगा |
कान की ओर | : अतिथि से शुभ समाचार प्राप्त होगा |
दाहिना गाल | : स्वास्थ्य में सुधार कठिनाई और देर से होगा |
बांया गाल | : प्रसन्नता के काम में बाधा आयेगी |
गाल के मध्य मे | : कन्या का जन्म होगा या पुत्री की ओर से कोई शुभ समाचार प्राप्त होगा |
दोनों गालो में | : धन प्राप्त होगा |
नाक | : धन-प्राप्ति का सूचक |
नाक के दाहिने ओर | : किसी से झगङा होगा |
नाक की नोक पर | : मुसीबत आएगी, चिन्ता उत्पन्न होगी और कोई रोग सताएगा |
नथुने के अंदर | : सुख प्राप्त होगा |
दोनों नथुनो के अंदर | : प्रसिद्धि और प्रतिष्ठा प्राप्त होगी |
आँख के निकट | : प्रसिद्ध होगा |
नाक का बांया भाग | : प्रर्याप्त सुख और प्रसन्नता प्राप्त होगी |
मुंह | : पुत्रों की ओर से शुभ समाचार प्राप्त होगा |
मुंह के दाहिने कोनें पर | : सुख और प्रसन्नता मिलेगी |
मुंह के बांये कोने पर | : सम्मान प्राप्त होगा |
ऊपरी होंठ पर | : शत्रुओं से समझोंता होगा |
नीचे के होंठ पर | : किसी शुभचिंतक का आगमन होगा |
दोनों होंठो पर | : सुख और शुभ समाचार प्राप्त होगा |
ठोंडी | : कोई मित्र आपको याद कर रहा हैं |
ठोंडी के दाहिने भाग मे | : मुसीबत आयेगी |
ठोंडी के बांये भाग मे | : सब प्रकार से समद्धि प्राप्त होगी |
मूछों के नीचे | : मनोकामना पूर्ण होगी |